Shardiya Navratri 2025 Live: शुभ योग में शारदीय नवरात्रि आज, जानें पूजा विधि और कलश स्थापना का मुहूर्त

06:15 AM, 22-Sep-2025
शारदीय नवरात्रि का नौ दिवसीय त्योहार आज से शुरू होने पर भक्त छतरपुर के श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
#WATCH | Delhi | Devotees offer prayers at the Shree Adya Katyayani Shaktipeeth Mandir in Chhatarpur as the nine-day-long festival of Shardiya Navratri begins today. pic.twitter.com/vK9Zhpkv5U
— ANI (@ANI) September 22, 2025
06:03 AM, 22-Sep-2025
शारदीय नवरात्रि महत्व
हर साल भारत में शारदीय नवरात्रि का पर्व एक महान उत्सव के रूप में मनाया जाता है, जिसकी धूम पूरे देश में दशहरे तक बनी रहती हैं। यह अवधि देवी मां दुर्गा को समर्पित है, जिसमें उनके नौ दिव्य स्वरूपों की विधि पूर्वक आराधना की जाती है। कहते हैं कि शारदीय नवरात्रि में देवी का आगमन पृथ्वी पर होता है और वह भक्तों पर अपनी विशेष कृपा बरसाती है। हिंदू धर्म में नवरात्रि को पूजा, भक्ति, भजन-कीर्तन और देवी के प्रति भावनाएं व्यक्त करने का शानदार अवसर माना जाता है।
कहते हैं कि यदि नवरात्रि के नौ दिनों में सच्चे भाव से माता के नाम का स्मरण किया जाए, तो व्यक्ति के कष्टों का निवारण शीघ्र ही होता है। चूंकि नवरात्रि हिंदू धर्म के बड़े तीज-त्योहारों में से एक है, इसलिए घरों से लेकर पूजा-पंडाल सहित मंदिरों में पूजा-पाठ का भव्य आयोजन किया जाता है। साथ ही गरबा, गीत और डांडिया नृत्य जैसे कार्यक्रम के साथ इस पर्व का आनंद उठाया जाता है। इस वर्ष 22 सितंबर 2025, सोमवार से शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ हो रहा है, जो 2 अक्तूबर 2025 गुरुवार को विजयादशमी पर समाप्त होगा।
05:44 AM, 22-Sep-2025
Shardiya Navratri 2025 Live: शुभ योग में शारदीय नवरात्रि आज, जानें पूजा विधि और कलश स्थापना का मुहूर्त
Shardiya Navratri 2025 Ghatasthapana Puja Vidhi: शक्ति की आराधना और आध्यात्मिक ऊर्जा का महापर्व शारदीय नवरात्रि आज, यानी 22 सितंबर 2025, सोमवार से प्रारंभ हो गया है। पूरे नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में मां दुर्गा के नौ दिव्य स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाएगी और मां दुर्गा की भक्ति में पूरा देश डूबा रहेगा। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। आज पहले दिन प्रतिपदा तिथि पर, शुभ मुहूर्त में घटस्थापना (कलश स्थापना) के साथ मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी। मान्यता है कि इन नौ दिनों में व्रत, पूजा और साधना करने से साधक को देवी की असीम कृपा प्राप्त होती है और उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।