SC: दंपती का तलाक, पत्नी को मिलेगा करोड़ों का फ्लैट, पति पर लगे सभी केस रद्द; वैवाहिक विवाद पर ‘सुप्रीम’ आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को एक तलाकशुदा जोड़े के बीच लंबी कानूनी लड़ाई को खत्म करते हुए दोनों को तलाक की मंजूरी दे दी और पति को मुंबई का चार करोड़ रुपये का फ्लैट पत्नी को देने का आदेश दिया। मामले में सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि पति-पत्नी के बीच पिछले आठ वर्षों से चल रहे विवाद और दर्जनों कानूनी मामलों से यह साफ है कि अब यह रिश्ता पूरी तरह टूट चुका है।
कोर्ट ने महिला के आरोपों को किया खारिज
कोर्ट ने कहा कि ऐसे मामलों में आर्टिकल 142 के तहत न्याय करना जरूरी है। इसके तहत कोर्ट ने शादी को अप्रतिवर्तनीय रूप से टूट चुका मानते हुए तलाक दे दिया। कोर्ट ने महिला द्वारा पति पर लगाए गए घरेलू हिंसा, विश्वासघात और क्रूरता के आपराधिक केसों को भी खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि इन शिकायतों में कोई ठोस जानकारी या उदाहरण नहीं थे।
ये भी पढ़ें:- Maharashtra: दिवाली के बाद होंगे स्थानीय निकाय चुनाव, चरणों में होगी प्रक्रिया; राज्य चुनाव आयुक्त ने की घोषणा
पति को दिया फ्लैट देने का आदेश
मामले में कोर्ट ने पति को आदेश दिया कि वह एक सितंबर 2025 तक फ्लैट की मेंटेनेंस राशि का बकाया जमा करे और 30 अगस्त तक पत्नी के नाम रजिस्ट्री करे। कोर्ट ने ये भी कहा कि अगर पति ऐसा नहीं करता, तो तलाक का आदेश अमान्य हो जाएगा। अगर पत्नी रजिस्ट्री के लिए तय तारीख पर नहीं पहुंची, तो उसे 15 सितंबर 2025 को फिर से बुलाया जाएगा। अगर वह तब भी नहीं आई, तो तलाक मान्य होगा।
ये भी पढ़ें:- West Bengal: ‘एनआरसी थोपने की साजिश, बंगाल में नहीं लागू होने दूंगी’, SIR को लेकर सीएम ममता ने केंद्र को घेरा
कोर्ट ने दोनों पक्षों के बीच चल रहे मामलों को किया बंद
इसके साथ ही अंत में कोर्ट ने दोनों पक्षों के बीच चल रहे सभी नागरिक और आपराधिक मामलों को बंद कर दिया और भविष्य में भी एक-दूसरे के खिलाफ कोई केस न करने का आदेश दिया। बता दें कि यह फैसला तलाकशुदा जोड़ों के लिए मिसाल बन सकता है, जहां कोर्ट ने सम्पूर्ण न्याय करते हुए संपत्ति के बंटवारे से लेकर कानूनी मामलों को एक ही फैसले में निपटा दिया।